Saturday, February 20, 2010

मातृभाषा दीन ... सादर प्रणाम सब को

आज विश्व मातृभाषा दीन है । एक हिन्दुस्तानी होने के नाते मेरी मातृभाषा हिंदी है । गुजरात में जन्म लेने के कारन मेरी मातृभाषा गुजरती भी है । और में अंग्रेजी भाषा भी जानता हू यही । हमारे भारत देश का गौरव है । में किसी से ये नहीं कहूँगा आओ हमारी मातृभाषा को बचाओ । क्यों की ये बात अन्दर से उठने वाली है
बस आप अपने आप पे गर्व करो अपनी मातृभाषा पे गर्व करो और जो कुछ कर पाओ इस के लिए करो ।
सब से बड़ा आदर अपनी भाषा के लिए अपने लेखको का सन्मान उनकी लिखी हुई बाते पढ़ के होगा
बस खुद पढ़िए और लोगो को पढाई में रूचि लाये हर भाषा इसी से आगे आ जाएगी आप की मातृभाषा चाहे कोई भी हो । जय हिंद